कड़ी पत्ता / करी पत्ता के लाभ- Kari Patta ke Fayde
जाने - कढ़ी पत्ते के फायदे, करी पत्ता का उपयोग, करी पत्ता के लाभ !
कढ़ी पत्ता या मीठा नीम-
कढ़ी पत्ते को मीठे नीम के नाम से भी जाना जाता है। कढ़ी पत्ते का प्रयोग समस्त भारत के व्यंजनों में बड़े चाव से किया जाता है क्योंकि तड़के में इसका प्रयोग व्यंजन के स्वाद को कई गुना बढा देता है। दक्षिण भारत में तो हर व्यंजन कढ़ी पत्ते के तड़के के बिना अधूरा है।कढ़ी पत्ता भोजन का स्वाद ही नही बढ़ाता अपितु मधुमेह,स्वस्थ पाचन और पेट की समस्यायों में भी काफी लाभकारी है। इसको खाने से बाल भी स्वस्थ और मजबूत बनते है। कढ़ी पत्ते के बहुत से अनसुने हैरान कर देने वाले फायदे भी है .
आश्रर्यजनक लाभ--
मोटापा घटाने में मददगार---
कढ़ी पत्ता वजन घटाने में भी सहायता करता है। यह फालतू की चर्बी को जला देता है।इसके लिए कढ़ी पत्ते की कुछ पत्तियां हर रोज चबाये और कुछ ही दिनों में इसका चमत्कारी परिणाम देखे।
उल्टी और मतली की समस्या में रामबाण---
अगर किसी को उलटी और मतली की समस्या हो या जी कच्चा हो रहा हो तो कढ़ी पत्ते का रस रामबाण औषधि है। इसके लिए कढ़ी पत्ते के रस में थोड़ा नींबू का रस और चीनी मिलाकर सेवन करे। उलटी और जी मतलाना में तुरंत आराम हो जायेगा।
मधुमेह को नियंत्रित करता है---
हर रोज सुबह खाली पेट कढ़ी पत्ते की कुछ पत्तियां चबाने से शरीर में शर्करा की मात्रा संतुलित हो जाती है। कढ़ी पत्ते में एंटी डायबिक तत्व विद्यमान होते है जो शरीर में इन्सुलिन की गतिविधि को नियंत्रित कर देते है।
सफ़ेद बाल को बनाये काला---
कढ़ी पत्ते का नियमित रूप से सेवन करने से सफ़ेद बाल भी काले होने लगते है। आप कढ़ी पत्ते का प्रयोग सब्जी या चूर्ण बनाकर सलाद या फल पर डालकर भी कर सकते है। हर तरह से कढ़ी पत्ता लाभ ही पहुंचाएगा।
बालो का झड़ना रोककर बनाये मजबूत---
कढ़ी पत्ते के प्रयोग से बा ल झड़ने की समस्या समाप्त हो जाती है और बालो की जड़े मजबूत बनती है।इसके लिए आप कड़ी पत्ता पाउडर को तेल में मिलाकर बालो की मालिश करे। आपके बल स्वस्थ,मजबूत,काले और चमकदार बन जाएंगे।
पाचन-शक्ति बनाये तंदुरुस्त----
कढ़ी पत्ता खाने से पाचन क्रिया मजबूत बनती है और भोजन आसानी से पच जाता है। अतः जो लोग भोजन में से कढ़ी पत्ता निकालकर बहार फेंक देते है,उनको अपनी बेहतर पाचन शक्ति के लिए इसको चबाकर खाना चाहिए।
एसिडिटी और जलन में असरकारक---
कढ़ी पत्ता एसिडिटी और जलन में गुणकारी है। जब भी जलन महसूस हो, छाछ में कढ़ी पत्ते का चूर्ण डालकर पी लीजिये। जलन और एसिडिटी से तुरंत राहत मिल जाएगी।
पेट दर्द और दस्त में पहुंचाए तुरंत राहत ---
कढ़ी पत्ते में मौजूद एन्टी बैक्टिरीयल और एन्टी-इन्फ्लैमटोरी तत्व के कारण यह पेट की समस्यायों को दूर करने में बहुत लाभकारी है। दस्त की समस्या होने पर छाछ में कढ़ी पत्ता पाउडर डालकर पीने से दस्त तुरंत ठीक हो जाते है। इसलिए पेट दर्द या दस्त होने पर कढ़ी पत्ता औषधि की तरह कार्य करता है।
आँखों की रोशनी बढाता है--
कढ़ी पत्ते का नियमित सेवन आँखों की ज्योति बढ़ाने में हितकारी है।इसके प्रयोग से आंखे स्वस्थ बनती है और आँखों की रोशनी भी बढ़ती है।
कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है---
कड़ी पत्ते में मौजूद एंटी ओक्सीडेंट कैंसर की कोशिकाओं की ग्रोथ को वही पर रोक देते है जिससे कैंसर की रोकथाम में मदद मिलती है।
जहरीले किट के काटने पर जहर फैलने से रोकता है------
किसी भी जहरीले कीट के काटने पर भी कड़ी पत्ता औषधि की तरह काम करता है। जिस जगह जहरीले कीट ने डाक मारा हो उस जगह पर कड़ी पत्ता पाउडर नींबू के रस में मिलाकर लगा दो। जहर आगे नही फैलेगा और सूजन भी नही आएगी।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है----
कढ़ी पत्ते में एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व विद्यमान होते है जो शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ा देते है।किसी भी रोग के विषाणुओ का हमला होने पर भी ये तत्व हमारे शरीर को बीमारियों के प्रकोप से बचा लेते है। इस तरह कढ़ी पत्ते के इस्तेमाल से कई बीमारियों के प्रकोप से हम बच सकते है।
कढ़ी पत्ता या मीठा नीम-
कढ़ी पत्ते को मीठे नीम के नाम से भी जाना जाता है। कढ़ी पत्ते का प्रयोग समस्त भारत के व्यंजनों में बड़े चाव से किया जाता है क्योंकि तड़के में इसका प्रयोग व्यंजन के स्वाद को कई गुना बढा देता है। दक्षिण भारत में तो हर व्यंजन कढ़ी पत्ते के तड़के के बिना अधूरा है।कढ़ी पत्ता भोजन का स्वाद ही नही बढ़ाता अपितु मधुमेह,स्वस्थ पाचन और पेट की समस्यायों में भी काफी लाभकारी है। इसको खाने से बाल भी स्वस्थ और मजबूत बनते है। कढ़ी पत्ते के बहुत से अनसुने हैरान कर देने वाले फायदे भी है .
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आश्रर्यजनक लाभ--
मोटापा घटाने में मददगार---
कढ़ी पत्ता वजन घटाने में भी सहायता करता है। यह फालतू की चर्बी को जला देता है।इसके लिए कढ़ी पत्ते की कुछ पत्तियां हर रोज चबाये और कुछ ही दिनों में इसका चमत्कारी परिणाम देखे।
उल्टी और मतली की समस्या में रामबाण---
अगर किसी को उलटी और मतली की समस्या हो या जी कच्चा हो रहा हो तो कढ़ी पत्ते का रस रामबाण औषधि है। इसके लिए कढ़ी पत्ते के रस में थोड़ा नींबू का रस और चीनी मिलाकर सेवन करे। उलटी और जी मतलाना में तुरंत आराम हो जायेगा।
मधुमेह को नियंत्रित करता है---
हर रोज सुबह खाली पेट कढ़ी पत्ते की कुछ पत्तियां चबाने से शरीर में शर्करा की मात्रा संतुलित हो जाती है। कढ़ी पत्ते में एंटी डायबिक तत्व विद्यमान होते है जो शरीर में इन्सुलिन की गतिविधि को नियंत्रित कर देते है।
सफ़ेद बाल को बनाये काला---
कढ़ी पत्ते का नियमित रूप से सेवन करने से सफ़ेद बाल भी काले होने लगते है। आप कढ़ी पत्ते का प्रयोग सब्जी या चूर्ण बनाकर सलाद या फल पर डालकर भी कर सकते है। हर तरह से कढ़ी पत्ता लाभ ही पहुंचाएगा।
बालो का झड़ना रोककर बनाये मजबूत---
कढ़ी पत्ते के प्रयोग से बा ल झड़ने की समस्या समाप्त हो जाती है और बालो की जड़े मजबूत बनती है।इसके लिए आप कड़ी पत्ता पाउडर को तेल में मिलाकर बालो की मालिश करे। आपके बल स्वस्थ,मजबूत,काले और चमकदार बन जाएंगे।
पाचन-शक्ति बनाये तंदुरुस्त----
कढ़ी पत्ता खाने से पाचन क्रिया मजबूत बनती है और भोजन आसानी से पच जाता है। अतः जो लोग भोजन में से कढ़ी पत्ता निकालकर बहार फेंक देते है,उनको अपनी बेहतर पाचन शक्ति के लिए इसको चबाकर खाना चाहिए।
एसिडिटी और जलन में असरकारक---
कढ़ी पत्ता एसिडिटी और जलन में गुणकारी है। जब भी जलन महसूस हो, छाछ में कढ़ी पत्ते का चूर्ण डालकर पी लीजिये। जलन और एसिडिटी से तुरंत राहत मिल जाएगी।
पेट दर्द और दस्त में पहुंचाए तुरंत राहत ---
कढ़ी पत्ते में मौजूद एन्टी बैक्टिरीयल और एन्टी-इन्फ्लैमटोरी तत्व के कारण यह पेट की समस्यायों को दूर करने में बहुत लाभकारी है। दस्त की समस्या होने पर छाछ में कढ़ी पत्ता पाउडर डालकर पीने से दस्त तुरंत ठीक हो जाते है। इसलिए पेट दर्द या दस्त होने पर कढ़ी पत्ता औषधि की तरह कार्य करता है।
आँखों की रोशनी बढाता है--
कढ़ी पत्ते का नियमित सेवन आँखों की ज्योति बढ़ाने में हितकारी है।इसके प्रयोग से आंखे स्वस्थ बनती है और आँखों की रोशनी भी बढ़ती है।
कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है---
कड़ी पत्ते में मौजूद एंटी ओक्सीडेंट कैंसर की कोशिकाओं की ग्रोथ को वही पर रोक देते है जिससे कैंसर की रोकथाम में मदद मिलती है।
जहरीले किट के काटने पर जहर फैलने से रोकता है------
किसी भी जहरीले कीट के काटने पर भी कड़ी पत्ता औषधि की तरह काम करता है। जिस जगह जहरीले कीट ने डाक मारा हो उस जगह पर कड़ी पत्ता पाउडर नींबू के रस में मिलाकर लगा दो। जहर आगे नही फैलेगा और सूजन भी नही आएगी।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है----
कढ़ी पत्ते में एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व विद्यमान होते है जो शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ा देते है।किसी भी रोग के विषाणुओ का हमला होने पर भी ये तत्व हमारे शरीर को बीमारियों के प्रकोप से बचा लेते है। इस तरह कढ़ी पत्ते के इस्तेमाल से कई बीमारियों के प्रकोप से हम बच सकते है।