प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना- Pradhanmantri Sukanya Samriddhi Yojana in Hindi
प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना- जाने: बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की योजना, ऑनलाइन फॉर्म की जानकारी और फायदे इन हिंदी !
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की मुहिम के चलते बालिकाओं का भविष्य सुरक्षित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना का शुभारम्भ किया है। इसके तहत कम राशि जमा कराकर अधिक राशि मिलेगी जिसका एकमात्र उदेश्य बालिकाओं का कल्याण करना है। अतः भारत सरकार की अधिसूचना क्र. जी.एस.आर.863(ई) दिनांक 2 दिसंबर 2014 के अनुसार इस योजना का शुभारम्भ किया गया है।
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की मुहिम के चलते बालिकाओं का भविष्य सुरक्षित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना का शुभारम्भ किया है। इसके तहत कम राशि जमा कराकर अधिक राशि मिलेगी जिसका एकमात्र उदेश्य बालिकाओं का कल्याण करना है। अतः भारत सरकार की अधिसूचना क्र. जी.एस.आर.863(ई) दिनांक 2 दिसंबर 2014 के अनुसार इस योजना का शुभारम्भ किया गया है।
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भारत में अधिकतर लोग बेटी को बोझ समझते है जिसके चलते बेटियाँ उच्च शिक्षा से वंचित रह जाती है। इसके अलावा बेटियों की शादी और पढ़ाई ये सब सोचकर बेटियों को जन्म से पहले ही मार देते है जिससे लिंगानुपात बहुत बढ़ गया है। इन्ही दो मुख्य बातो को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से सुकन्या समृद्धि योजना चलाई गयी है जिसका मुख्य उदेश्य बालिकाओं को शिक्षित और समृद्ध बनाना है।
क्या है यह योजना-
प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना विशेष रूप से बालिकाओं के कल्याण और उत्थान के लिए भारत सरकार द्वारा आरम्भ की गयी है। हमारे देश में आज भी बेटियों को बोझ समझा जाता है,और लड़कियों से ज्यादा लड़को की पढ़ाई पर अधिक ध्यान दिया जाता है। सरकार ने एक ऐसी योजना चलाई है जिसके तहत थोड़ी सी बचत से अधिक धनराशि बेटी के जवान होने पर मिलेगी जिससे उसकी पढ़ाई या शादी का खर्चा आराम से निकल जाएगा और बेटी किसी भी माता-पिता को बोझ नहीं लगेगी। इस योजना के अंतर्गत एक फाइनेंशियल साल में बालिका के अकाउंट में कम से कम 1 हजार तथा अधिक से अधिक आप डेढ़ लाख या इसके बीच की कितनी भी रकम जमा करवा सकते हैं। यह धन राशि अकाउंट खुलने वाली तारीख से लेकर 14 साल तक ही जमा करवानी है। इसके बाद आप कोई धनराशि जमा नहीं करवा सकते।बालिका के 18 साल की होने पर आप इस अकाउंट में से आधा पैसा निकल सकते है।लेकिन यह अकाउंट बालिका के 21 साल की होने पर ही मैच्योर होगा यह खाता बंद हो जाएगा और यह धनराशि बालिका या उनके अभिभावक को प्रदान की जाएगी। इसके अलावा यदि बालिका की शादी 18 से 21 साल के बीच हो जाती है तो यह खाता उसी समय बंद कर दिया जाएगा। अगर आप धनराशि जमा करवाने में लेट हो जाते है तो आपको सिर्फ 50 रुपए की ही पैनल्टी लगेगी। कोई भी अभिभावक चाहे वो किसी भी दो बेटियों के लिए दो अकाउंट खोल सकते हैं। जुड़वां होने पर उसका प्रूफ देकर ही तीसरा खाता खोल सकेंगे। खाते को आप कहीं भी ट्रांसफर करा सकेंगे।
खाता कौन खोल सकता है :
सुकन्या समृद्धि योजना खाता बेटी की ओर से उनके अभिभावक,नैसर्गिक या विधिक अभिभावक खोल सकते है। खाता 2 बेटियों के नाम ही खुल सकता है परन्तु यदि एक बेटी के बाद 2 बेटियां जुड़वाँ होती है तो उस स्तिथि में आप 3 बेटियों के नाम से सुकन्या समृद्धि योजना का खाता खुलवा सकते है।एक बेटी के नाम से आप पूरे भारत में एक ही खाता खुलवा सकते है और इस खाते को कहीं भी ट्रांसफर करवा सकते है। खाता खुलने के 14 साल तक हर महीने 1000 रूपये मतलब सालाना 12000 रूपये जमा करवाने है अर्थार्त 14 सालो में सिर्फ कुल मिलाकर 1.68 लाख रूपये जमा करवाने है और मौजूदा हिसाब से बालिका को हर साल 9.1 फीसदी ब्याज मिलता रहेगा तो इस तरह से जब बच्ची 21 साल की हो जाएगी तो उसे 6,07,128 रुपए मिलेंगे।इसका अर्थ है कि 4,39,128 रुपए ब्याज के हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो बालिका कल्याण के लिए यह सबसे अच्छा विकल्प है--पैसा जोड़ने का।
इसलिए अगर आपकी भी बेटी की आयु 10 साल से कम है तो आप आज और अभी पोस्ट ऑफिस और कुछ अन्य ऑथराइज्ड बैंकों जैसे एसबीआई, पीएनबी, आईसीआईसीआई बैंक में जाकर इस अकाउंट को खुलवा लीजिए और बेटी की पढ़ाई और शादी को लेकर निश्चिंत हो जाइये।
क्या है यह योजना-
प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना विशेष रूप से बालिकाओं के कल्याण और उत्थान के लिए भारत सरकार द्वारा आरम्भ की गयी है। हमारे देश में आज भी बेटियों को बोझ समझा जाता है,और लड़कियों से ज्यादा लड़को की पढ़ाई पर अधिक ध्यान दिया जाता है। सरकार ने एक ऐसी योजना चलाई है जिसके तहत थोड़ी सी बचत से अधिक धनराशि बेटी के जवान होने पर मिलेगी जिससे उसकी पढ़ाई या शादी का खर्चा आराम से निकल जाएगा और बेटी किसी भी माता-पिता को बोझ नहीं लगेगी। इस योजना के अंतर्गत एक फाइनेंशियल साल में बालिका के अकाउंट में कम से कम 1 हजार तथा अधिक से अधिक आप डेढ़ लाख या इसके बीच की कितनी भी रकम जमा करवा सकते हैं। यह धन राशि अकाउंट खुलने वाली तारीख से लेकर 14 साल तक ही जमा करवानी है। इसके बाद आप कोई धनराशि जमा नहीं करवा सकते।बालिका के 18 साल की होने पर आप इस अकाउंट में से आधा पैसा निकल सकते है।लेकिन यह अकाउंट बालिका के 21 साल की होने पर ही मैच्योर होगा यह खाता बंद हो जाएगा और यह धनराशि बालिका या उनके अभिभावक को प्रदान की जाएगी। इसके अलावा यदि बालिका की शादी 18 से 21 साल के बीच हो जाती है तो यह खाता उसी समय बंद कर दिया जाएगा। अगर आप धनराशि जमा करवाने में लेट हो जाते है तो आपको सिर्फ 50 रुपए की ही पैनल्टी लगेगी। कोई भी अभिभावक चाहे वो किसी भी दो बेटियों के लिए दो अकाउंट खोल सकते हैं। जुड़वां होने पर उसका प्रूफ देकर ही तीसरा खाता खोल सकेंगे। खाते को आप कहीं भी ट्रांसफर करा सकेंगे।
खाता कौन खोल सकता है :
सुकन्या समृद्धि योजना खाता बेटी की ओर से उनके अभिभावक,नैसर्गिक या विधिक अभिभावक खोल सकते है। खाता 2 बेटियों के नाम ही खुल सकता है परन्तु यदि एक बेटी के बाद 2 बेटियां जुड़वाँ होती है तो उस स्तिथि में आप 3 बेटियों के नाम से सुकन्या समृद्धि योजना का खाता खुलवा सकते है।एक बेटी के नाम से आप पूरे भारत में एक ही खाता खुलवा सकते है और इस खाते को कहीं भी ट्रांसफर करवा सकते है। खाता खुलने के 14 साल तक हर महीने 1000 रूपये मतलब सालाना 12000 रूपये जमा करवाने है अर्थार्त 14 सालो में सिर्फ कुल मिलाकर 1.68 लाख रूपये जमा करवाने है और मौजूदा हिसाब से बालिका को हर साल 9.1 फीसदी ब्याज मिलता रहेगा तो इस तरह से जब बच्ची 21 साल की हो जाएगी तो उसे 6,07,128 रुपए मिलेंगे।इसका अर्थ है कि 4,39,128 रुपए ब्याज के हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो बालिका कल्याण के लिए यह सबसे अच्छा विकल्प है--पैसा जोड़ने का।
इसलिए अगर आपकी भी बेटी की आयु 10 साल से कम है तो आप आज और अभी पोस्ट ऑफिस और कुछ अन्य ऑथराइज्ड बैंकों जैसे एसबीआई, पीएनबी, आईसीआईसीआई बैंक में जाकर इस अकाउंट को खुलवा लीजिए और बेटी की पढ़ाई और शादी को लेकर निश्चिंत हो जाइये।
खाता खुलवाने की विधि--
प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना का अकाउंट खुलवाने के लिए आप कोई भी पोस्ट ऑफिस या कुछ अन्य ऑथराइज्ड बैंकों जैसे एसबीआई, पीएनबी, आईसीआईसीआईबैंकों की अधिकृत शाखा में जा सकते है। सामान्यतः जो बैंक पीपीएफ खाता खोलते हैं, वे बैंक सुकन्या समृद्धि योजना का खाता भी खोलते हैं।
खाता खुलवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाने का एक फॉर्म ले और इस पर मांगी गयी आवश्यक जानकारी भरे।यह फार्म आपको पोस्ट ऑफिस से ही मिलेगा।
- जिस बालिका का खाता खुलवाना है उसका जन्म प्रमाणपत्र।
- अभिभावक या जमाकर्ता का कोई भी एक पहचान पत्र जैसे --राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि।
- अभिभावक का एड्रेस या निवास पता के लिए प्रमाणपत्र जैसे पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोल बिल आदि।
- खाता खुल जाने पर पोस्ट ऑफिस या बैंक में आपको एक पासबुक देता है।
- इस योजना में पैसे जमा करने के लिए नेटबैंकिंग की भी सुविधा प्रदान की गयी है।
- पासबुक के गुम हो जाने की स्तिथि में 50 रूपये में नई पासबुक निकलवाई जा सकती है।
कब निकाल सकते हैं पैसे
- जब तक बेटी 18 साल की नहीं हो जाती आप एक भी पैसा नहीं निकल सकते।
- बेटी के 21 साल के होने पर ही खाता मेचोर होगा और आप को पूरी धनराशि मिल जायेगी।
- बालिका के 18 साल की हो जाने पर आप आधी धनराशि निकल सकते है।
- अगर खाते के मेचोर होने से पहले ही किसी कारणवश बेटी की मृत्यु हो जाती है तो यह खाता तुरंत बंद हो जाएगा और खाते में जमा धनराशि उनके अभिभावक को प्रदान की जायेगी।