खेती से कमाई- खेती से करोड़पति कैसे बने ! Kheti Se Kamai

खेती से कमाई, खेती से लखपति, करोड़पति, कृषि के साथ साथ पशुपालन से कमाई!

हमारे देश की 70 % जनसंख्या कृषि और पशुपालन पर ही अपनी आजीविका चलाती है। कृषि और पशुपालन दोनों साथ साथ करने से कम लागत से अधिक लाभ कमाया जा सकता है।  

अन्य क्षेत्रों की तुलना में कृषि
चार गुना तक गरीबी को कम करने में अधिक प्रभावी है। तेजी से, दुनिया कृषि पर भरोसा कर रही है।  तरक्की के लिए और अधिक पौष्टिक भोजन का उत्पादन करने के लिए और आजीविका में सुधार के लिए कृषि के साथ पशुपालन या मुर्गीपालन बहुत फायदेमंद साबित होगा। 

नीचे दी गई वीडियो को ध्यान से देखें क्योंकि ये महत्त्वपूर्ण टिप्स है |

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छोटे खेत  लिए तो इन दोनों व्यवसाय को साथ लेकर चलना और भी अधिक लाभ देने वाला है। इंटिग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम (एकीकृत कृषि प्रणाली) से छोटे से खेत में ही किसान लोग अच्छा लाभ कमा सकते है।  इस प्रणाली में किसान एक साथ कई किस्मों की फसल की बुआई कर सकते है।  एक साथ अलग अलग तरह की फसल बोने  से फसलों को पोषक तत्वों की आपूर्ति अच्छे से होती है जिससे भरपूर पैदावार प्राप्त की जा सकती है। जिससे निशचय ही अच्छा  मुनाफा कमाया जा सकता है।   खेत की मेढ़ पर नींबू,अनार,सेब आदि फलदार पेड़-पौधे के साथ खेत के बीच में दो से तीन फसले हेर फेर कर लगाई जा सकती है और साथ ही पशुपालन, मधुमक्खी पालन या मुर्गी पालन का व्यवसाय किया जा सकता है।  

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 कम लागत --अधिक मुनाफा
 कृषि की इस प्रणाली में एक घटक से बचे हुए उत्पादों तथा अवशेषों को दूसरे घटकों में उपयोग किया जा सकता है। अगर आप मुर्गीपालन करते है तो पोल्ट्री की बीट को मछलियों को खिला सकते है,इससे दो फायदे होंगे --- मछली की अधिक  मात्रा में तादात होगी जिससे आपका मुनाफा होगा ,दूसरा उस तालाब के पानी को सिंचाई के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है।  

पशुपालन भी अगर साथ में किया जाये तो गाय या भैंस  दूध को बेचकर खूब मुनाफा कमाया जा सकता है। खेतों में कटाई के बाद बची तूड़ी या चारा पशुओं को खिलाया जा सकता है।   पशुओं के गोबर को खाद के रूप में खेतों में डाला जा सकता है। मधुमक्खी पालन भी इन के साथ साथ किया जा सकता है।  इस तरह से कृषि की लागत कम हो जाएगी और मुनाफा ही मुनाफा होगा।  

 कृषि का आधुनिकीकरण हो गया है।  नए नए तरीके कृषि के लिए अपनाए जा रहे है जिससे पैदावार में खूब बढ़ोतरी हुई है।  कम भूमि में अधिक फसले लगाकर सब्जियों की अधिक पैदावार की  तकनीकी जानकारी हासिल करें।  और फिर खेत के चारो तरफ फलदार वृक्ष लगाए।वृक्षों के साथ साथ बेल वाली सब्जियां जैसे लोकी,तोरी ,अंगूर आदि लगाए।   

कम जगह में ही फल और सब्जियां दोनों की पर्याप्त पैदावार प्राप्त की जा सकती है।  इसके बाद खेत के बीचो बीच सरसों ,गेंहू के अलावा  लहसुन, प्याज, मटर, टिंडा की फसल बोए। और साथ साथ पशुपालन और पोल्ट्री को भी चलाया जा सकता है।  इस तरह कम जगह में अधिक फसले और साथ में पशु-धन से उम्मीद से 10 गुना अधिक मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है।  
 
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